
रायपुर : जीवन प्रबन्धन विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने कहा कि नवरात्रि से पहले घर की सफाई के साथ-साथ अपने संस्कारों की भी सफाई करें। आसुरी वृत्तियों का नाश होने के बाद ही देवी का आह्वान करना चाहिए। यही नवरात्रि मनाने की विधि है। हमेशा सोचें कि मैं दिव्य और शक्तिशाली आत्मा हूँ। परमात्मा की सन्तान हूँ। इससे कमजोरियों को दूर करने में मदद मिलेगी।
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ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी आज शाम को इण्डोर स्टेडियम में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित वाह जिन्दगी वाह कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं। ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने आगे कहा कि सारे दिन में हम जिन लोगों के सम्पर्क में आते हैं, उनकी कमी कमजोरियों का चिन्तन करते-करते वह हमारे चित्त का हिस्सा बन जाते हैं। इसलिए हमेशा दूसरों की विशेषताएं देखने की आदत डाल लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूजा मत करो बल्कि दैवी गुणों को धारण करके पूज्यनीय बनो।
उन्होंने कहा कि रोज सुबह उठकर मोबाईल चेक करने की बजाय परमात्मा का स्मरण करना चाहिए। हम लोग जीवन में छोटी-छोटी बातों को पकडकऱ बैठ जाते हैं। चिन्तन करके उन कमजोरियों को निकालने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि आज उन कमजोरियों को स्वाहा कर दें। अपने श्रेष्ठ तकदीर का वाह-वाह करें। इससे ही जीवन में भी वाह-वाह होगी।
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उन्होंने श्राद्घ के दिनों को याद करते हुए कहा कि यह हमें याद दिलाते हैं कि एक दिन हमें भी इस दुनिया से जाना है। हमें अपने संस्कारों को दिव्यता लाने का पुरूषार्थ करना चाहिए क्योंकि यही वह सम्पत्ति है जो कि आत्मा शरीर छोडऩे पर अपने साथ लेकर जाती है। यदि किसी वस्तु या वैभव में हमारी बुद्घि अटकी हुई होगी तो वही चीज हमें अन्त में हमें याद आएगी। परमात्मा याद नहीं आएगा। हमारा जीवन ऐसा होना चाहिए कि हम समाज में रहते हुए भी सबसे डिटैच्ड रहें।
संस्कारों को दिव्यता लाने का पुरूषार्थ करना चाहिए
फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेराय ने सभा में उपस्थित लोगों को राजयोग मेडिटेशन सीखने का सुझाव देते हुए बतलाया कि मेडिटेशन से उनका जीवन में शान्ति की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि पहले वह छोटी-छोटी बातों से चिढ़ जाते थे। देह अहंकार के कारण गुस्सा करना उनकी आदत बन चुका था। लेकिन ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुडऩे के बाद उनका खान-पान, दिनचर्या, आदत सब कुछ बदल गया है। संस्कार बदलना बहुत मुश्किल होता है किन्तु राजयोग के अभ्यास से संस्कार बदल जाते हैं।
लोगों को राजयोग मेडिटेशन सीखने का सुझाव
इस अवसर ब्रह्माकुमारी शिवानी और फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेराय का कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव अजय सिंह, महापौर प्रमोद दुबे, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने शॉल और श्रीफल भेंटकर अभिनन्दन किया।
समारोह को क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने भी सम्बोधित किया। प्रारम्भ में ब्रह्माकुमार युगरत्न भाई ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी को भाव-विभोर कर दिया। संचालन छत्तीसगढ़ योग आयोग की सदस्या ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने किया।
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