पोषण स्तर का आंकलन करने जिले में वजन मापन कार्यक्रम शुरू, कलेक्टर धावड़े ने बैकुंठपुर की आंगनबाड़ियों में किया निरीक्षण
कोरिया। कोरिया जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के मार्गदर्शन में हमर सुपोषित कोरिया अभियान तेजी से क्रियान्वित किया जा रहा है। जिसके तहत बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अतिरिक्त पोषण आहार में प्रोटीन की खुराक के रूप में 6 माह से 05 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को सप्ताह के 05 दिन अण्डा वितरण किया जा रहा है।
इसी कड़ी में बच्चों में पोषण स्तर का आंकलन करने जिले में आज से 6 माह से 05 वर्ष तक की उम्र के बच्चों का वजन मापन कार्यक्रम शुरू हो गया है। यह कार्यक्रम15 जनवरी तक चलाया जाएगा। कलेक्टर धावड़े ने स्वयं विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के अंतर्गत आंगनबाड़ियों में पहुंचकर वजन मापन कार्यक्रम का निरीक्षण किया। सीईओ जिला पंचायत कुणाल दुदावत के साथ कलेक्टर छिंदडांड, जूनापारा, केनापारा और स्कूलपारा स्थित आंगनबाड़ी में बच्चों के वजन मापन कार्यक्रम में शामिल हुए। वजन मापन कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों के कुपोषण से मुक्त होकर सुपोषित और स्वस्थ होने का चिन्हांकन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री धावड़े द्वारा सुपोषण अभियान को सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखते हुए निरंतर मानिटरिंग की जा रही है।
अण्डा वितरण की पहल के सकारात्मक परिणाम, जूनापारा में 3 साल की श्रेया और स्कूलपारा में रुक्मणी गंभीर कुपोषण से बाहर
जूनापारा स्थित आंगनबाड़ी में कलेक्टर धावड़े के समक्ष 3 वर्ष की श्रेया का वजन मापन किया गया। मध्यम कुपोषण वर्ग से श्रेया का वजन करने पर बच्ची का वजन 11 किलो 600 ग्राम आया। इसी तरह स्कूलपारा आंगनबाड़ी में भी निरीक्षण के दौरान गंभीर कुपोषित रही बच्ची रुक्मणी का वजन किया गया। जहां रुक्मणी का वर्तमान वजन 9.780 किलो मापा गया। इसके पूर्व बच्ची का वजन 6 से 7 किलो के बीच था। कलेक्टर धावड़े ने रुक्मणी के सुपोषण चार्ट का स्वयं अवलोकन किया, जिसके अनुसार अब रुक्मणी गंभीर कुपोषण से बाहर आ चुकी है। कलेक्टर धावड़े में आंगनबाड़ी में बच्चों के साथ पहुंची माताओं से अण्डा वितरण और बच्चों के आहार की जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि जिले में नौनिहालों को कुपोषण मुक्त करने हेतु अतिरिक्त पोषण आहार के रूप में भरपूर प्रोटीन की खुराक के रूप में अण्डा खिलाया जा रहा है। अंडे की आपूर्ति बिहान के संकुल स्तरीय संगठन की महिला समूहों के माध्यम से बच्चों के घर-घर जाकर की जा रही है। इसके साथ ही परिजनों को पौष्टिक आहार के साथ ही अण्डे से लाभ की जानकारी भी दी जा रही है।