कोरबा / परसदा : जिले के वनांचल क्षेत्र एक छोटे से गांव परसदा से एक होनहार किसान पुत्र सुरेश कुमार जगत का यूपीएससी में चयन होने पर परसदा तथा आस-पास के क्षेत्रों में खुशियों की लहर छा गई है। इस क्षेत्र से आईएएस के लिए चयन होने वाला सुरेश एक मात्र आदिवासी युवक है। बचपन से ही होनहार सुरेश का सपना प्रशासनिक सेवा में जाकर लोगों की सेवा करने का था जो अब सफल हुआ। परसदा के ही शासकीय हाई स्कूल में दसवीं तक एवं भारत माता हिन्दी माध्यम विद्यालय बिलासपुर में 12वीं तक शिक्षा हासिल करने के बाद 2012 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान एनआईटी रायपुर प्रवेश लिया
यूपीएससी में चयन होने पर परसदा तथा आस-पास के क्षेत्रों में खुशियों की लहर छा गई है
और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर ओएनजीसी में सलेक्शन हुआ लेकिन ज्वाईनिंग नहीं की। 2012 से 2015 तक गेट परीक्षा पास की और एनटीपीसी कनिहा उड़ीसा में सहायक प्रबंधक नौकरी ज्वाईन कर ली। उसके बाद 2015 में केन्द्रिय जल आयोग उडि़सा के लिए सहायक निदेशक के पद पर चयन हुआ और वे वहां नौकरी करने लगे। उसके बाद भारतीय रेल यातायात सेवा आईआरटीएस में नौकरी की और वे वर्तमान में इसी पद पर कार्यरत होते हुए अवकाश पर हैं।
सहायक निदेशक के पद पर चयन हुआ और वे वहां नौकरी करने लगे
श्री जगत ने अब तक एआई ईईई एनआईटी रायपुर, गेट परीक्षा आईईएस यूपीएससी परीक्षा एवं आईएएस 2016 में 1057 रैंक और 2017 में आईएएस परीक्षा 556वें रैंक से उत्तीर्ण कर परसदा ही नहीं बल्कि पूरे जिले का नाम नौशर कर दिया। कल ही यूपीएससी का परीणाम घोषित हुआ जिसमें सुरेश कुमार जगत का चयन होने पर उसके छोटे से घर परसदा में बधाई देने वाले लोगों का तांता बना रहा और उसे सर आंखों पर बिठा लिया।
आईएएस परीक्षा 556वें रैंक से उत्तीर्ण कर परसदा ही नहीं बल्कि पूरे जिले का नाम नौशर कर दिया
वे यहां के सरपंच लखेश्वर सिंह जगत का छोटा भाई है और उसका एक भाई मनोहर सिंह जगत डीआरडीओ आगरा में वैज्ञानिक, एक भाई मनहरण सिंह शिक्षाकर्मी वर्ग-3, एक भाई दुर्गेश कुमार जगत-शिक्षाकर्मी वर्ग-2 पर सेवारत है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि सुरेश ने हिन्दी माध्यम में पढ़ाई करते हुए बिना कोचिंग के यह उपलब्धि हासिल की है। सुरेश यहां के कृषक रामकुमार जगत- श्रीमती उर्मिला देवी जगत का पुत्र है।