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मुंबई : शेयर बाजार : नकारात्मक वैश्विक संकेतों से आई गिरावट

मुंबई : बीते सप्ताह वैश्विक बाजारों में आई गिरावट के असर से भारतीय शेयर बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 54.32 अंकों या 0.16 फीसदी की गिरावट के साथ 34,915.38 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 74.05 अंकों या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 10.618.25 पर बंद हुआ। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 356.17 अंकों या 2.11 फीसदी की गिरावट के साथ 16,561.01 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 248.51 अंकों या 1.36 फीसदी की गिरावट के साथ 17,991.45 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स 54.32 अंकों या 0.16 फीसदी की गिरावट के साथ 34,915.38 पर बंद हुआ

सोमवार को शेयर बाजारों की सकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 190.66 अंकों या 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 35,160.36 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 47.05 अंकों या 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 10,739.35 पर बंद हुआ। मंगलवार को महाराष्ट्र दिवस के कारण शेयर बाजार बंद रहे। बुधवार को शेयर बाजार में मिला-जुला रुख रहा और सेंसेक्स 16.06 अंकों या 0.05 फीसदी की तेजी के साथ 35,176.42 पर तथा निफ्टी 21.30 अंकों या 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 10,718.05 पर बंद हुआ।

निफ्टी 47.05 अंकों या 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 10,739.35 पर बंद हुआ

गुरुवार को सेंसेक्स 73.28 अंकों या 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 35,103.14 पर तथा निफ्टी 38.40 अंकों या 0.36 फीसदी की गिरावट के साथ 10,679.65 पर बंद हुए। शुक्रवार को बाजार में तेज गिरावट रही और सेंसेक्स 187.76 अंकों या 0.53 फीसदी की गिरावट के साथ 34,915.38 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 61.40 अंकों या 0.57 फीसदी की गिरावट के साथ 10,618.25 पर बंद हुआ।

गुरुवार को सेंसेक्स 73.28 अंकों या 0.21 फीसदी की गिरावट

बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे – कोटक महिंद्रा बैंक (3.62 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (3.14 फीसदी), इंडसइंड बैंक (0.15 फीसदी), और टीसीएस (0.75 फीसदी)। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (0.29 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.79 फीसदी), एक्सिस बैंक (3.45 फीसदी), इंफोसिस (1.03 फीसदी), विप्रो (1.89 फीसदी) और ओएनजीसी (0.25 फीसदी)। आर्थिक मोर्चे पर, देश के सेवा क्षेत्र में अप्रैल में तेजी जारी रही और निक्केई इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स अप्रैल में बढक़र 51.4 पर रहा, जबकि मार्च में यह 50.3 था। इस सूचकांक में 50 से कम मंदी का और 50 से ऊपर तेजी का सूचक है। वहीं, फैक्टरी उत्पादन में भी तेजी रही और निक्केई मैनुफैक्चरिंग मैनेजर्स इंडेक्स अप्रैल में 51.6 पर रहा, जो मार्च में 51 पर था।

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